रास्ते की व्यथा
अरे भाई ज़रा रुको, सुनो तो, कहाँ भागे जा रहे हो? अच्छा चलो थोड़ी देर उस पेड़ की ओट में बैठ जाओ कोई अपना आएगा लेने तुम्हें, के पल कुछ … Read More
अरे भाई ज़रा रुको, सुनो तो, कहाँ भागे जा रहे हो? अच्छा चलो थोड़ी देर उस पेड़ की ओट में बैठ जाओ कोई अपना आएगा लेने तुम्हें, के पल कुछ … Read More
मिट्टी की वो खुशबू बहुत पसंद है मुझे जब वो तेज़ हवाओं के साथ बारिश का पहला झोंका आता है दूर पुराने उस बरगद की लटें झूमते हुए देखता हूँ … Read More
बहुत बारिश हो रही थी। तुमने कहा के खिड़कियाँ बंद कर दो जरा, पानी की बूंदों के छींटे ख़राब कर रहे हैं मासूम सी नींद मेरी। सो गयी थी तुम … Read More
एक पुराने मौसम का झोंका मिलने आया अपने पंख पर कई पुरानी यादों को साथ बांध लाया कागज़ की वो कश्तियाँ जो बहा दी थीं कभी बचपन में उन पुरानी, … Read More
दूर कहीं, किसी शाख पर, एक घरोंदा सा लगता है पेड़ कड़ी धुप में जल रहा, पर उसके नीचे छाया सा लगता है भूखा है खुद पर मुझे देख उसका … Read More
ये कैसी जगह है मेरे यारा दो पल का सुकूँ भी कितना मुश्किल है यहाँ बड़ी ही संजीदगी से तलाश करते हैं अपने ही यहाँ अपनो को हर किसी को … Read More