रास्ते की व्यथा

अरे भाई ज़रा रुको, सुनो तो, कहाँ भागे जा रहे हो? अच्छा चलो थोड़ी देर उस पेड़ की ओट में बैठ जाओ कोई अपना आएगा लेने तुम्हें, के पल कुछ … Read More

बारिश की मिट्टी और एक ख़्वाब

मिट्टी की वो खुशबू बहुत पसंद है मुझे जब वो तेज़ हवाओं के साथ बारिश का पहला झोंका आता है दूर पुराने उस बरगद की लटें झूमते हुए देखता हूँ … Read More

बारिश से पर्दा

बहुत बारिश हो रही थी। तुमने कहा के खिड़कियाँ बंद कर दो जरा, पानी की बूंदों के छींटे ख़राब कर रहे हैं मासूम सी नींद मेरी। सो गयी थी तुम … Read More

ये कैसी जगह है मेरे यारा

ये कैसी जगह है मेरे यारा दो पल का सुकूँ भी कितना मुश्किल है यहाँ बड़ी ही संजीदगी से तलाश करते हैं अपने ही यहाँ अपनो को हर किसी को … Read More